भगवान को न मानने वाला यानी नास्तिक
हमारे समाज में कई तरह के लोग होते है जो अपने अनुसार चलते है। इन्ही में से होते है। एक आस्तिक और दूसरे नास्तिक। नास्तिक जो धर्म और भगवान को नहीं मानते है। भीष्म पिता ने कहा कि ऐसे लोगों से कभी भी दोस्ती न करों। जो लोग धर्म को बिल्कुल न मानते है।
ऐसे लोग अधर्मी और पापी होते है। यह कभी भी किसी के नहीं हो सकता है। ऐसे लोग हमेशा झूठ बूोलते है, साथ ही सबसे गलत तरीके से व्यवहार करते है। ऐसे लोगों का जीवन नरक के समान होता है। इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिे। नहीं तो आप इनकी संगति में आकर आपका भी जीवन नरक के समान हो सकता है।
दूसरों से द्वेष रखने वाला
हमारे समाज, आसपास ऐसे कई लोग होते है जो दूसरों की उन्नति देखकर जलते है। वह उस स्थान तक पहुंच नहीं पाते है। अगर पहुंचते भी है तो छल-कपट करके। ऐसे लोग बहुत ही चलाक होते है। वह दूसरों के नीचा दिखाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। जलन और द्वेष भावना रखने वाले के लिए सही-गलत के कोई पैमाने नहीं होते हैं। ऐसे व्यक्ति की दोस्ती हमें भी उसी की तरह दुराचारी बना देती है।