Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. लाइफस्टाइल
  3. जीवन मंत्र
  4. Chanakya Niti: गलती से भी किसी को नहीं बतानी चाहिए ये 5 बातें, भुगतना पड़ सकता है नुकसान

Chanakya Niti: गलती से भी किसी को नहीं बतानी चाहिए ये 5 बातें, भुगतना पड़ सकता है नुकसान

खुशहाल जिंदगी के लिए आचार्य चाणक्य ने कई नीतियां बताई हैं। अगर आप भी अपनी जिंदगी में सुख और शांति चाहते हैं तो चाणक्य के इन सुविचारों को अपने जीवन में जरूर उतारिए।

Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: April 16, 2021 6:33 IST
chanakya niti - India TV Hindi
Image Source : INDIA TV चाणक्य नीति 

आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार आज के समय में भी प्रासांगिक हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सफलता चाहता है तो उसे इन विचारों को जीवन में उतारना होगा। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार ईमानदारी पर आधारित है। चाणक्य का मानना है कि कुछ बातें ऐसी होती हैं जिन्हें सुनकर लोग आपका मजाक बनाएंगे। ऐसे में आपको उनसे सहानुभूति न मिलने पर और अधिक दुख होगा। चाणक्य कहते हैं कि आपको अपनी निजी बातों को गुप्त ही रखना चाहिए।

लाख कोशिश करने के बाद भी सिर्फ इस चीज के भरोसे मनुष्य किसी काम को नहीं कर सकता पूरा

अर्थनाश मनस्तापं गृहिण्याश्चरितानि च।

नीचं वाक्यं चापमानं मतिमान्न प्रकाशयेत॥

चाणक्य इस श्लोक में कहते हैं कि जीवन में धन की हानि मनुष्य को कभी न कभी जरूर होती है। हालांकि, उनके अनुसार जिस व्यक्ति के पैसों का नुकसान हुआ हो, उसे इस बारे में किसी को भी नहीं बताना चाहिए। वो ऐसा इसलिए कहतता हैं क्योंकि उनका मानना है कि नुकसान की बात सुनकर कोई मदद करने तो नहीं आएगा बल्कि आपसे दूरी बना लेगा। 

Chanakya Niti: शत्रु की कमजोरियों का पता लगाने के लिए मनुष्य को बस करना होगा ये काम

आचार्य चाणक्य उस व्यक्कि को समझदार कहते हैं दो अपनी पत्नी के चरित्र के बारे में किसी से चर्चा नहीं करता है। जीवनसाथी से हुई बहस, कोई विवाद या झगड़े के बारे में अगर आप किसी और के सामने जिक्र करेंगे तो उससे आपको केवल नुकसान होगा। इससे लोग न सिर्फ उस व्यक्ति की पत्नी का मजाक उड़ाएंगे बल्कि दांपत्य जीवन सुखी होने के बाद भी इस बात की उलाहना देंगे। 

कौटिल्य के मुताबित व्यक्ति को अपने दुख का ढ़िढोरा नहीं पीटना चाहिए, बल्कि उसे अपने तक ही सीमित रहना चाहिए। आचार्य करते हैं कि किसी भी व्यक्ति को दूसरे की परेशानियों से कोई मतलब नहीं होता है। उनसे संवेदनाएं वेशक सामने दिखा दें पर पीठ पीछे उस दुखी व्यक्ति का लोग मजाक उड़ाते हैं। 

इस तरह के स्वभाव वाले मनुष्य का खात्मा होना है निश्चिच, लाख कोशिश के बाद भी बचना असंभव

चाणक्य के मुताबिक अगर किसी ने आपको ठगा है, तो भी दूसरों के सामने इसका जिक्र न करें। नहीं तो लोग आपकी बुद्धिमता पर सवाल खड़े कर सकते हैं या आगे चलकर आपको ठगने का प्रयास भी कर सकते हैं। 

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Religion News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement