पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि और शुक्रवार का दिन है। इसके साथ ही 10 जनवरी को आर्द्रा नक्षत्र दोपहर 2 बजकर 49 मिनट तक ही रहेगा, इसके अलावा इंद्र योग शाम 04 बजकर 46 मिनट तक रहेगा | इन्द्र योग के दौरान यदि कोई राज्य पक्ष या सरकारी कार्य लंबे समय से रुका हो और उसे इस योग में पूरा करने का प्रयास करेंगे तो अवश्य पूर्ण होगा। परंतु ऐसे कार्य प्रात:, दोपहर अथवा शाम को ही करें रात को नहीं।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 10 जनवरी को मंद्या चंद्र ग्रहण है। जब चंद्रमा का 90 प्रतिशत भाग पृथ्वी की वास्तविक छाया में आ जायेगा। इससे चंद्रमा कुछ धुंधला हो जाएगा। इस प्रभाव को बहुत ही कम लोग समझ पाएंगे। चंद्रमा का कोई भी भाग ग्रहण ग्रस्त नहीं होगा।
यह मंद्या चंद्र ग्रहण अफ्रीका, यूरोप, एशिया, उत्तरी अमेरिका, अलास्का और आस्ट्रेलिया में दिखाई देगा । इस चन्द्रग्रहण का स्पर्श काल आज रात 10:37 पर होगा। इसका मध्य काल रात 12:40 पर होगा और इसका मोक्ष काल रात 02:22 पर होगा। अतः इस ग्रहण का पर्वकाल 04 घंटे 05 मिनट का होगा।
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कब है पूर्णिमा तिथि?
पूर्णिमा तिथि आज रात 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगी | शास्त्रों में पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को स्नान-दान और व्रत का बड़ा ही महत्व बताया गया है | आज के दिन गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान-दान और सूर्यदेव को अर्घ्य दे कर विधिपूर्वक व्रत रखने का विशेष
महत्व है | माना जाता है कि आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से व्यक्ति का तन और मन, दोनों पवित्र हो जाते हैं और व्यक्ति के अंदर एक नई ऊर्जा का समावेश होता है | माना जाता है कि पौष पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति वासुदेव प्रतिमा को घी से नहलाता है और अपने शरीर पर सरसों का तेल या सुगंधित वस्तुओं से युक्त जल से स्नान करता है, साथ ही विष्णु, इन्द्र और बृहस्पति के मंत्रों के साथ प्रतिमा का पूजन करता है, वह अत्यंत सुख को पाता है | उस व्यक्ति को जीवन में हर तरह का लाभ मिलता है।
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शाकम्भरी नवरात्र भी आज के दिन समाप्त हो जायेंगे | हमने पहले भी आपको बताया था कि माता शाकम्भरी देवी दुर्गा के अवतारों में से एक हैं | कहा जाता है कि- मां शाकंभरी ने अपने शरीर से उत्पन्न शाक-सब्जियों, फल-मूल आदि से संसार का भरण-पोषण किया था | धार्मिक शास्त्रों के अनुसार गुप्त नवरात्रि की भांति शाकंभरी नवरात्र का भी बड़ा महत्व है | शाकम्भरी नवरात्र या गुप्त नवरात्र के दौरान गुप्त विद्याएं सीखने के लिए उत्तम मानी जाती है |
आचार्य इंदु प्रकाश से पौषी पूर्णिमा के दिन किये जाने वाले राशिवार उपायों के बारे में। जिससे होगी आपकी हर मुराद पूरी।
मेष राशि
अगर आप अपने कारोबार में वृद्धि सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो आज के दिन सुबह स्नान आदि के बाद 11 तुलसी के पत्ते लीजिये | अब उन तुलसी के पत्तों को अच्छे से धोकर, साफ कपड़े से पोंछ लीजिये | इसके बाद एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेकर पानी की सहायता से उसका घोल बना लीजिये | अब उन तुलसी के पत्तों पर हल्दी से ‘श्री’ लिखकर भगवान को अर्पित कीजिये | साथ ही भगवान से अपने कारोबार में वृद्धि के लिये प्रार्थना कीजिये | आज के दिन ऐसा करने से आपके कारोबार की वृद्धि सुनिश्चित होगी | वैसे तो ये उपाय सभी राशि वाले लोग कर सकते हैं, लेकिन आज की ग्रह स्थिति के अनुसार मेष राशि वालों के लिए ये विशेष फलदायी है |
वृष राशि
अगर आप अपने घर-परिवार में अन्न-धन की बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज के दिन आप 900 ग्राम चने की दाल लीजिये और उसे सत्यनारायण भगवान के चरणों में स्पर्श कराइये | इसके बाद उस चने की दाल को किसी सुपात्र ब्राह्मण को दान कर दें | आज के दिन ऐसा करने से आपके घर-परिवार में अन्न-धन की बढ़ोतरी होगी। वैसे तो ये उपाय सभी राशि वाले लोग कर सकते हैं, लेकिन आज की ग्रह स्थिति के अनुसार वृष राशि वालों के लिए ये विशेष फलदायी है।
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