अप्रैल, पंचक: हिंदू धर्म में कोई भी काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है। जिससे कि उसका फल अच्छा हो। अगर वहीं आप अशुभ समय में कोई काम करेंगे तो आपको उसका फल आपकी इच्छानुसार नहीं मिलेगा। इसी कारण हर माह पड़ने वाले पंचक में कोई भी शुभ काम करने की मनाही होती है। इस बार पंचक 1 अप्रैल, सोमवार को सुबह से लेकर 6 अप्रैल, शनिवार की सुबह तक रहेंगे। जानें पंचक में कौन से काम करने की है मनाही।
सोमवार के दिन पढ़ने वाले पंचक को राज पंचक है। आमतौर पर ये पंचक शुभ माना जाता है। इसके प्रभाव से इन पांच दिनों में सरकारी कामों में सफलता मिलती है। राज पंचक में संपत्ति से जुड़े काम करना भी शुभ रहता है।
पंचक कब से कब तक?
इस बार 1 अप्रैल, सोमवार की सुबह लगभग 09 बजे से पंचक शुरू होगा, जो 6 अप्रैल, शनिवार की सुबह लगभग 07 बजे तक रहेगा।
पंचक में न करें ये काम
- पंचक में यदि किसी की मृत्यु हो गई है तो उसके अंतिम संस्कार ठीक ढंग से न किया गया तो पंचक दोष लग सकते है। इसके बारें में विस्तार से गरुड पुराण में बताया गया है जिसके अनुसार अगर अंतिम संस्कार करना है तो किसी विद्वान पंडित से सलाह लेनी चाहिए और साथ में जब अंतिम संस्कार कर रहे हो तो शव के साथ आटे या कुश के बनाए हुए पांच पुतले बना कर अर्थी के साथ रखें। और इसके बाद शव की तरह ही इन पुतलों का भी अंतिम संस्कार विधि-विधान से करें।
- हिंदू धर्म में माना जाता है कि पंचक के दिनों में चारपाई बनवाना अच्छा नहीं होता है। अगर आपने इन दिनों में चारपाई बनवाया तो आपके ऊपर बहुत बड़ा संकट आ सकता है।
- राजमार्त्तण्ड ग्रंथ में माना गया है कि जब पंचक शुरू हो जब तक यह रहे तब तक किसी यात्रा में नही जाना चाहिए। अगर आप कही जा भी रहे है तो दक्षिण दिशा की ओर तो बिल्कुल भी न जाएं, क्योंकि दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है। जिसके कारण आपका यात्रा करना दुर्घटना या कोई विपत्ति ला सकता है।
- माना जाता है कि जब अग्नि पंचक में जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घर या कही पर लकड़ी, घास या फिर जलाने वाली वस्तुएं नही एकत्र करनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आग लगने का भय रहता है। माना जाता है कि अग्नि पंचक वाला दिन आग का होता है।
- ज्योतिषों के अनुसार माना जाता है कि जब पंचक में रेवती नक्षत्र चल रहा हो तब कोई शुभ काम जैसे कि घर का निर्माण या फिर ग्रह प्रवेश नही करना चाहिए। अगर आपने ऐसा किया तो आपके घर में ग्रह क्लेश या फिर धन की हानि होगी।