आपने देखा होगा कि हंसते या मुस्कुराते समय कई लोगों के गालों पर गड्ढ़े यानी कि डिंपल पड़ जाते हैं। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार सामुद्रिक शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसके द्वारा आप शरीर के अंगों, रंग के अनुसार उसका स्वभाव, चरित्र के सात-साथ भविष्य जान सकते हैं। जानिए गालों के रंग रूप के अनुसार लोगों का स्वभाव कैसा होगा है।
डिंपल्स सौभाग्य और सुंदरता की निशानी होते हैं। जिस किसी के गालों पर डिंपल्स पड़ते हैं, वे लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। अपने साथ-साथ दूसरों के भाग्य के लिये भी शुभ होते हैं। दरअसल गालों की मांसपेशियों में एक विशेष प्रकार के आपसी उलझाव के कारण गालों में ये गड्ढे पड़ते हैं और जब हम हसंते या मुस्कुराते हैं तो समय अथवा मनोदशाओं की स्थिति के अनुसार विभिन्न मांसपेशियों के कार्य़रत होने पर, गाल के गड्ढों का आकार व स्वरूप बनता-बिगड़ता, घटता-बढ़ता रहता है।
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गालों पर डिंपल्स पड़ने से चेहरा और आकर्षक बन जाता है। ये लोग स्वभाव से सौम्य, संवेदनशील होते हैं तथा कला के प्रति इनका झुकाव होता है। ये कला-प्रेमी होते हैं। साथ अध्ययनशील, विवेकी और उदारमन, यानी कि दयालु होते हैं। कहते हैं जिनके गालों पर गड्ढ़े पड़ते हैं उनका वैवाहिक जीवन बड़ा ही सुखमय होता है।
लाल सुर्ख गाल वाले लोगों का स्वभाव
आपने देखा होगा कि कई लोगों के गालों का रंग एकदम लाल सुर्ख होता है जैसे दोपहर में सूरज दिखाई पड़ता है। ऐसे लोग बहुत ही जिद्दी किस्म के होते हैं। अपनी बात मनवाने के लिये ये लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। इनमें तनिक भी धैर्य नहीं होता। किसी भी काम के लिये ये लोग अधिक इंतजार नहीं कर सकते। इसलिए अधिकतर अपना काम खुद करने में ही बेहतरी समझते हैं और करते भी हैं। किसी के आदेशों पर चलना इनके लिये बहुत मुश्किल होता है। अपने विचारों और अपने काम के ये खुद ही जिम्मेदार होते हैं और आखिरी फैसला भी इनका अपना ही होता है। क्योंकि ये अपने हर काम में निपुण होते हैं इसलिए दूसरों की मदद लेना इन्हें कम पसंद है।
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रूखे या पिचके गालों वाले लोगों का स्वभाव
जिन लोगों के गाल रूखे या पिचके होते हैं, यानी जिनके चेहरे पर प्राकृतिक रूप से कोई चमक नहीं होती, ऐसे लोग मानसिक चिंता से ग्रस्त और द्वेष प्रवृत्ति वाले होते हैं। ये लोग थोड़े भावुक, गुस्सैल और चिड़चिड़े होते हैं। ऐसे गालों से पता चलता है कि इनका आहार संतुलित नहीं होता, जिसके चलते ये किसी बड़ी बीमारी की चपेट में भी आ सकते हैं। जीवन में बार-बार असफलता भी इनकी परेशानी का बड़ा कारण है। ये अपनी रुचि के अनुसार अपने जीवन में आगे बढ़ता तो चाहते हैं, लेकिन किस्मत इनका सही समय पर साथ नहीं देती। वैसे भी इन्हें लोगों से मिलना-झुलना अधिक पसंद नहीं होता। दूसरों पर इनका विश्वास सहज ही नहीं बनता है।
गोरे या सफेद रंग के गालों वाले लोगों का स्वभाव
जिन लोगों के गालों का रंग अधिक गोरा या सफेद होता है, वे अधिकतर अपने स्वास्थ्य से परेशान रहते हैं। इन्हें कोई न कोई बीमारी लगी ही रहती है। एक से छुटकारा मिलता नहीं है कि दूसरी बीमारी पहले तैयार रहती है। जिसके चलते ये लोग अधिकतर निराशा से घिरे रहते हैं और आलस्य भी इनके ईर्द-गिर्द ही रहता है। इन लोगों को देखकर ऐसा लगता है जैसे इन्हें किसी बात की कोई चिंता-फिक्र ही न हो। लेकिन यहां एक बात और बता दूं- इन्हें अपना कोई काम अपने तरीक से करना ही पसंद आता है। दूसरों के किये पर ये लोग कम भरोसा करते हैं। वहीं जिन लोगों के गाल मोटे से, भरे से होते हैं। वे शरीर से भी मोटे होते हैं और उनका मानसिक विकास भी कम ही हो पाता है, लेकिन फिर भी ये लोग समृद्ध होते हैं। साथ ही विलासी प्रवृत्ति के होते हैं।