कई बार मंदिर बनने में आई रुकावट, लेकिन साल 2017 में हो जाएगा बनकर तैयार
भक्तमाली महाराज के मृत्यु के बाद मन्दिर के नाम पर एक ट्रस्ट बनाकर इस मन्दिर के निर्माण की शुरुआत की गई। 1989 में यह मन्दिर बनाना शुरु हुई बीच में जमीन के विवाद में काम रुक गया। छह साल बाद 94 में फिर से इसका काम शुरु हुआ और तीन साल चला। उसके बाद फिर बन्द हो गया।
2004 में फिर से इस मन्दिर का काम शुरु किया गया लेकिन फिर जमीन विवाद में काम रोक दिया गया। अंततः 2015 में इसका निर्माण कार्य शुरु हुआ। 8 मई 2017 को इस मन्दिर में विष्णु भगवान के 24 अवतारों की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी।
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