हस्तच्युतं जनयत प्रशस्तम्
अर्थात: हमारे हाथों से हमेशा श्रेष्ठ का ही निर्माण होना चाहिए हमें हमेशा अच्छे काम करने चाहिए। कोई भी बुरा काम नहीं करना चाहिए। और न ही किसी को दुख पहुंचाना चाहिए।
हस्तच्युतं जनयत प्रशस्तम्
अर्थात: हमारे हाथों से हमेशा श्रेष्ठ का ही निर्माण होना चाहिए हमें हमेशा अच्छे काम करने चाहिए। कोई भी बुरा काम नहीं करना चाहिए। और न ही किसी को दुख पहुंचाना चाहिए।
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