नई दिल्ली: पिछले 29 करोड़ सालों में चांद और पृथ्वी से टकराने वाले एस्टेरॉएड्स में दो से तीन गुना व्द्धि हुई है। एक शोध में इस बात का खुलासा किया गया है। युनाइटेड किंगडम के साउथम्पटन में स्थित यूनिवर्सिटी में कार्यरत अन्तर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं की टीम ने इस बारे में बताया कि हालांकि इसके पीछे की वजह क्या है इस बारे में अभी भी कुछ पता नहीं चल सका है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसके पीछे मंगल और वृहस्पति ग्रह के बीच स्थित एस्टेरॉएड्स बेल्ट में 29 करोड़ साल पहले एक बहुत बड़ा संघर्ष हुआ होगा और इसी का नतीजा है एस्टेरॉएड्स की संख्या में बढ़ोतरी।
चांद की धरती पर अध्ययन कर रहे इस टीम को इस काम में नासा के लूनर द्वारा लिए गए तस्वीरों और थर्मल डाटा से काफी मदद मिली। वैज्ञानिकों ने पाया कि चांद और पृथ्वी पर पाए जाने वाली क्रेटर्स काफी हद तक एक-दूसरे से मिलती जुलती है।
एक साइंस जर्नल में प्रकाशित शोध में इस बात का खुलासा भी किया गया कि किंबरलाइट्स पाइप्स डायमंड वॉलकैनो आज से 65 करोड़ साल पहले ही बन चुका था। चांद और धरती के बीच यह समानता टीम को इस बारे में और भी खोज के लिए सहायता कर रही है।