स्वास्थ्य की दृष्टि से कैसा रहेगा साल
हेल्थ के नजरिये से साल के पहले तीन महीने परेशानी भरे हो सकते हैं, क्योंकि वक्री वृहस्पति की पूर्ण दृष्टि आपके शारीर पर हैं और मंगल व शनि की दृष्टि भी पड़ रही हैं। शारीरिक परेशानियों के साथ मानसिक परेशानिया भी बरकरार रह सकती है। मार्च माह से आपके स्वास्थ्य में सुधार होना आरंभ हो जाएगा। इसके बाद के तीन माह आपके अनुकूल हैं। जून में आपको स्वास्थ्य में गिरावट का अनुभ व हो सकता है, खासकर जिन्हें पथरी की समस्या है उन्हें पेट में दर्द की शिकायत रह सकती है। जुलाई से सितंबर तक शरीर में बने आलस्य को दूर करने के लिए आप योग तथा ध्यान का सहारा ले सकते हैं। अक्टूबर का आरंभ आपकी खराब सेहत से हो सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने से और लापरवाही ना बरतने से आपको कुछ राहत अवश्य मिल सकती है। स्वास्थ्य सम्बंधी परेशानियों से बचने के लिये आपको सुबह अथवा संध्या समय में भैरव पूजन अवश्य करना चाहिए।
प्रेम संबंध को लेकर कैसा रहेगा साल 2016
प्रेम संबंध को लेकर यह समय कई प्रकार की स्थितियों को देने वाला है इस स्थिति में आप प्रेम संबंधों में विचारशील बने रहेंगे। आप किसी के प्रेम पाश में बंधे रहने की चाह रखेगें। शनि के प्रभाव से आप कुछ तकरार में भी फंस सकते हैं। आपके संबंधों में वैचारिक मतभेद उभर सकते हैं तथा कुछ न कुछ अलगाव की स्थिति उभरकर सामने आ सकती है। फरवरी में तिमाही मध्य से आपके रिश्तों में झगडे बढ़ सकते हैं। अप्रैल, मई और जून में आप अपने प्यार से नाराज हो सकते हैं या कोई छोटे-मोटे मनमुटाव हो सकते हैं। प्यार और नए रिश्ते बनाने के लिहाज से जून काफी अच्छा रह सकता है। साल के आखिरी तीन महीने प्रेम संबंधों के लिए असंतोषजनक परिणाम देने वाले हो सकते हैं ।
विद्याथिर्यों के लिए कैसा रहेगा यह साल
विद्याथिर्यों के लिए यह साल मिश्रित फल प्रदान करने वाला हो सकता है। आप अपने अन्य साथियों के साथ ऐसी गतिविधियों में लिप्त रह सकते हैं जिनके बारे में आपके अभिभावकों को भी पता नही होगा। अपने भविष्य को अंधकारमय बनाने की बजाय थोड़ा सा बुद्धिमत्ता से काम लें और इस समय भी आप संभल जाते हैं तब भी देर नही मानी जाएगी। जुलाई से सितंबर तक का समय आपके लिए अनुकूल रहने की संभावना बनती है। खुद ब खुद आपको अपनी पढ़ाई में रुचि आरंभ हो जाएगी और आप पहले से अच्छा कर पाएंगे। अक्तूबर से दिसंबर तक का आरंभ और मध्य भाग आपके लिए फिर से परेशानियों वाला हो सकता है क्योंकि इस समय अधिकतर ग्रहों की ऊर्जा आपके चतुर्थ और पंचम भाव पर सक्रिय रहेगी। इस समय आपको अपने अध्यापको से किसी तरह की कोई बहस नहीं करनी चाहिए अन्यथा आपके लिए बहुत ही मुश्किले पैदा हो सकती है और आपके भविष्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है ।
उपाय - इस वर्ष आप प्रत्येक मंगलवार के दिन बजरंग बाण का पाठ अवश्य करें और शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ व चना खिलाएँ। प्रतिदिन सुबह के समय लक्ष्मी मन्त्र का पाठ नियमित रूप से करें। हर मंगलवार हनुमान जी के मंदिर में मीठी बूंदी का भोग लगाना चाहिए और मंदिर के बाहर खड़े बच्चो में उसे बांट देना चाहिए। हनुमान जी के सामने श्रद्धा से शीश नवाएं।