धर्म डेस्क: चैत्र(वासंतिक) नवरात्र इस बार 8 अप्रैल, शुक्रवार से प्रारंभ हो रहे है। इस बार नवरात्र में तृतीया तिथि की कमी होने से देवी की आराधना 8 दिन की जाएगी। इस बार नवरात्र में बहुक ही शुभ योग है। जिसमें पूजा करनें में दोगुना फल की प्राप्ति होती है। कुमार योग व सर्वार्थ सिद्धि योग होने से नवरात्र की शुरुआत श्रेष्ठ व समृद्धि कारक होगी। सूर्य और चंद्रमा की गति के कारण नवरात्र इस बार खुशहाली लाएंगे।
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इसके साथ ही नवरात्र की अष्टमी गुरु पुष्प योग है जो कि बहुत ही खास है। इसके साथ ही यह दिन नौ स्वरुपों में से एक शैलपुत्री का भी दिन होता है। इसलिए इस दिन इनकी भी पूजा विधि-विधान से की जाती है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार नवरात्र में सात दिन रहने वाले सुयोग में शुभ कार्य का आरम्भ, वाहन व स्वर्णाभूषण की खरीद, प्रॉपर्टी का लेन-देन श्रेष्ठ रहेगा।
इस दिन ऐसें करें घट-स्थापना और पूजा और मूहूर्त
शास्त्रों के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को घट स्थापना प्रात:काल में ही करना श्रेष्ठ माना गया है। चित्रा नक्षत्र एवं वैधृति योग में घटस्थापना वर्जित बताया गया है। जानिए किस शुभ मूहूर्त में घट स्थापना करना शुभ होगा।
शुभ मूहूर्त
वैधृति योग- सुबह 10 बजकर 40 मिनट तक
घट स्थापना अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक
अमृत चौघडिया मूहूर्त- सुबह 10 बजकर 40 मिनट से 10 बजे 55 मिनट तक
शुभ चौघडिया मूहूर्त- दोपहर 12 बजकर 29 मिनट से 2 बजे 03 मिनट तक
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