नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र में कल हमने बात की थी पीले रंग के बारे में और आज हम बात करेंगे लाल रंग की नवरात्र में लाल रंग का बहुत महत्व होता है। नवरात्र के नौ दिन नौ देवियों के अलग-अलग रूपों के प्रतीक हैं और सारी देवियों को लाल रंग बहुत ही भाता है। वास्तु शास्त्र में लाल रंग को शक्ति और सत्ता का प्रतीक माना गया है।
लाल रंग शक्ति, प्रसन्नता, प्रफुल्लता और प्यार को प्रोत्साहित करने का रंग है। इसलिए नवरात्र में लाल रंग का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। चाहे फिर माता के वस्त्र, लाल रंग की साड़ी, लाल चुनरी हो या पूजा का सामान- रोली, लाल चंदन और सिंदूर। पूजन स्थल के दरवाजे के दोनों ओर बनाया जाने वाला स्वास्तिक का चिह्न भी लाल रंग की रोली या कुमकुम से ही बनाया जाता है.... लाल रंग पॉजिटिव ऊर्जा को जगाता है और माता के नौ रूप भी ऊर्जा को दर्शाते हैं।