धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में नवरात्र का बहुत अधिक महत्व होता है। हर किसी को मां के आगमन का इंतजार होता है। अब वो इंतजार खत्म, क्योंकि 10 अक्टूबर से नवरात्र शुरु हो रहे है। जो कि 19 अक्टूबर तक चलेगे। नवरात्र में कलश स्थापना कर मां की पूजा अर्चना की जाती है। कलश स्थापना के समय एक चीज बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। उसके नीचे बोए गए जौ। जी हां जौ को लेकर हिंदू धर्म में मान्यता है कि इससे भविष्य के बारें में पता चल जाता है। जानें इन संकेतो के बारें में।
- कहा जाता है कि अगर बोए हुए जौ का रंग नीचे से आधा पीला और उसके ऊपर हरा है तो इसका मतलब होता है कि आपका आगे का एक साल का आधा समय दुखों से भरपूर होगा और आधे साल बाद खुशहाली से सबकुछ नार्मल हो जाएगा। (Navratri 2018: 10 अक्टूबर से शुरु हो रहे है शारदीय नवरात्र, इस शुभ मुहूर्त में करें कलश स्थापना )
- अगर जौ का रंग नीचे से हरा और उसके ऊपर से पीला है तो समझ लें कि आपका आने वाला समय तो अच्छा होगा लेकिन बाद में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जिसके लिए आप पहले से ही तैयार रहें। (Navratri 2018: नवरात्र में डायबिटीज के मरीज इस तरह रखें व्रत, नहीं बढ़ेगा ब्लड शुगर )
इस आर्टिकल में कोई भी बात इंडिया टीवी ने नहीं कही है बल्कि ये हिंदू धर्म में मान्यताएं है। जिसको लेकर ही इसे बनाया गया है। इसे किसी का भी अपमान नहीं किया गया है।
- अगर जौ का रंग सफेद या फिर हरा रंग होतो समझ लें कि आपका पूरा साल अच्छा जाएगा। यह रंग खुशहाली का होता है।
- अगर आपको कोई भी अशुभ संकेत मिलें तो मां दुर्गा की आराधना करें। उनसे संबंधी हवन पाठ करें। इससे मां की कृपा आप पर बनी रहेगी।