नवरात्र के दूसरे दिन आचार्य इंदु प्रकाश से जानें अखंड ज्योति और पूजा सामग्री के बारे में। नवरात्र के दौरान अधिकतर लोग अखंड ज्योति की स्थापना करते हैं और
इसकी स्थापना के लिये वास्तु शास्त्र का खास ध्यान रखना पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति की स्थापना के लिये आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सबसे अच्छा माना जाता है। इस दिशा में अखंड ज्योति की स्थापना करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। इसके अलावा पूजा संबंधी सभी सामग्री को पूजा कक्ष के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। देवी मां को प्रसन्न करने के लिये पूजा की सारी सामग्री इसी दिशा में रखनी चाहिए।
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