धर्म डेस्क: खूबसूरत, लंबे और घने बाल हर लड़की की चाहत होती है। जिसके लिए वह हर मेहनत करने को तैयार हो जाती है। फिर चाहे हेयर स्टाइल की बात हो तो वह सबस बेस्ट रखने की कोशिश करते है, लेकिन कई ऐसे पार्टी, फंक्शन होते है। जिनमें वह सोचती है कि खुले बाल रखना ज्यादा बेस्ट है। कई बार ऐसा होता है कि हमें समय नहीं होता है और ऑफिर, स्कूल जाने के लिए लेट हो रहे होते है तो ऐसे ही खुले बाल लेकर चले जाते है, लेकिन आप ये बात नहीं जानती है कि आप कितना खतरा लेकर चल रही है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि स्त्रियों को अपने बाल खुले नहीं छोड़ना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं कर पाती है तो खासकर नवरात्र के दिनों में बालों को बांध कर रखें। जानिए इसके पीछे क्या है रहस्य।
- खुले बालों के पीछे शास्त्रों में बताया गया है कि यह शोक की निशानी मानी जाती है। इसीलिए अगर कोई महिला कोई शुभ काम करने जा रहे है तो वह अपने बालों को जरुर बांध लें।
- शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि नवरात्रि में अगर कोई महिला अपने बालों को खोलकर सोती है तो उसके ऊपर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव अधिक होता है। इसके साथ ही घर में वाद-विवाद या क्लेश हो सकते है।
- खुले बालों को लेकर रामायण में भी बताया गया है कि श्री राम से विवाह के दौरान माता सीता की मां ने उनके बाल बांधते समय उन्हें कहा था कि कभी भी अपने बालों को खुला नहीं छोड़ना क्योंकि बंधे हुए बाल आपके रिश्तों को भी बांधकर रखते हैं।
जानिए और कौन से ऐसे काम है जो नवरात्र के दिनों में नहीं करना चाहिए...