इसके बाद आचमन करें फिर पान, सुपारी और कुछ दक्षिणा रखकर चढ़ाएं। इसके बाद अपने हाथों में एक फूल लेकर प्रार्थना करते हुए इस मंत्र का उच्चारण कर मां का ध्यान करें।
पूजन का मंत्र:
पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
पूजन करने के बाद कन्या की पूजा कर उसका भोग लगाने के रुप में भोजन कराएं। हो सकते तो भोजन में दही और हलवा खिलाएं। इससे मां जल्द प्रसन्न होगी।
इस रंग के पहने कपड़े
इस दिन मां चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए भूरे रंग के कपड़े पहने। मां चंद्रघंटा को अपना वाहन सिंह बहुत प्रिय है और इसीलिए गोल्डन रंग के कपड़े पहनना भी शुभ है।