नई दिल्ली: वाल्मीकि रचित रामायण जो कि हिंदू धर्म का एक धार्मिक ग्रंथ है। इसमें श्री राम से के बारें में पूरी जानकारी दी गई है। हम आज तक राम से जुड़ी कई कथाओं के बारें में जानते है। राम एक ऐसे व्यक्ति थे जिनको सभी अपने प्राणों से ज्यादा प्रेम करते थे। श्री राम की पतिव्रता पत्नी सीता थी। जो कि रामायण के अनुसार माना जाता है कि वह लक्ष्मी का रूप है। साथ ही राजा जनक की जैविक पुत्री थी।
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महर्षि वाल्मीकि ने जो रामायण लिखी उसमें मूलरूप से 24 हजार श्लोक, 500 उपखंड और 7 कांड है। साथ ही इसके अनुसार जिस समय राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ किया था उस समय उनकी उम्र 60 साल थी। राम का जन्म एक राक्षस रावण का वध करने के लिए हुआ था। जिसके राक्षस राज से पूरा संसार सहित देव तक परेशान थे। तब देवों ने विष्णु भगवान से प्रार्थना की।
जब विष्णु भगवान का सातवां अवतार के रूप में श्री राम का जन्म हुआ। श्री राम ने रावण के वध के साथ कई समाज के लिए ऐसे काम किए जिसके रास्तें में चलकर हम हमेशा सफलता की राह में आगें बढ़ते जाएगें।
वाल्मीकि रचित रामायण के अनुसार सीता मां अपने पति राम की दीर्घायु के लिए अपने मांग में सिंदूर लगाती थी। श्री राम एक ऐसे व्यक्ति थे जो पत्नीव्रता थे।
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