इंडिया टीवी के खास प्रोग्राम 'कोरोना से जंग स्वामी रामदेव के संग' में राम कथावाचक मोरारी बापू भी नजर आएं। जहां एक ओर स्वामी रामदेव ने योग के द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के उपाय बताए। वहीं मोरारी बापू ने बताया कि अध्यात्म की शक्ति से कैसे कोरोना काल में किसी भी परिस्थिति में आप खुद को सकारात्मक रख सकते हैं।
कथावाचक मोरारी बापू ने कहा कोरोना काल में हर तरफ नकारात्मकता फैली हुई है। जहां भी देखों वहां से बुरी खबरें आ रही हैं। ऐसे में हर कोई दुख और भय में जी रहा है। कोरोना काल की विषम परिस्थितियों से खुद को उबारने के लिए स्वीकार करना सीखें। स्वीकार और सकारात्मकता एक बहुत बड़ा मंत्र है। कोरोना काल की विषम परिस्थिति में स्वीकारता बहुत ही उपयोगी हैं। जिसके द्वारा आप डर और भय पर भी विजय पा सकते हैं।
मोरारी बापू ने आगे कहा कि जो वस्तु हम स्वीकार कर लेते हैं। वह हमें कभी परेशान नहीं कर सकती है। वहीं स्वीकार ही ज्यादा दुविधा उत्पन्न करती हैं। रहिमन रोशन कीजिए कोई कहें क्यो है तो हंसकर उत्तर दीजिए हां बाबा यूं हैं। स्वामी रामदेव से योग मंत्र, शास्त्र मंत्र से स्वीकार लिया है। उसी तरह हर व्यक्ति को किसी ना किसी तरीके से स्वीकारता जरूर लानी चाहिए। तभी आप हमेशा खुश और स्वस्थ्य रख सकते हैं।