धर्म डेस्क: माघ मास की अमावस्या मौनी अमावस्या के नाम से जानी जाती है। कहते हैं इसी दिन ऋषि, मनु का जन्म हुआ था। इस दिन मौन व्रत रखने की भी परंपरा है। साथ ही माघ मास की अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान का बहुत महत्व है। संयोग से मौनी अमावस्या के दिन सूर्य तथा चन्द्रमा, दोनों मकर राशि में गोचर कर रहे होते हैं, जिसके कारण इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है।
महाभारत एवं पुराणों के आधार पर सोमवार, मंगलवार या बृहस्पतिवार के दिन तथा अनुराधा, विशाखा एवं स्वाति नक्षत्रों में पड़ने वाली अमावस्या विशेष रूप से पवित्र मानी जाती है। आज के दिन ये उपाय करने से आपको काल सर्प से भी मुक्ति मिल जाएगी।
- आज मौनी अमावस्या के दिन चांदी की धातु से बना हुआ एक नाग लें और सुबह नहाने के बाद किसी आस-पास के शिव मंदिर में जायें। वहां जाकर शिवलिंग पर चांदी का नाग चढ़ाएं। फिर वहीं पर जमीन में आसन बिछाकर बैठ जायें और महामृत्युंजय मंत्र का 11, 21, 51 अपनी इच्छानुसार जाप करें।
मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए आज मौनी अमावस्या के दिन थोड़े-से सफेद फूल, बताशे, चावल थोड़ा-सा कच्चा दूध लेकर बहते पानी में प्रवाहित करें और 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र का 11 बार जाप करें।
- घर-गृहस्थी में सुख-शांति के लिए आज के दिन आटे में तिल मिलाकर रोटी बनाएं और उस पर गुड़ रखकर गाय को खिलाएं। आपके परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
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