हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि होती है। माघ मास की मासिक शिवरात्रि 10 फरवरी बुधवार को है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्यता है इस व्रत को करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख और समृद्धि का वास होता है। जानें मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।
मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 9 फरवरी की देर रात 2 बजकर 5 मिनट पर होगा। इस तिथि का समापन 10 फरवरी की देर रात 1 बजकर 8 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि के पूजन का शुभ मुहूर्त देर रात 12 बजकर 9 मिनट से 1 बजकर 1 मिनट के मध्य है।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
मासिक शिवरात्रि हर महीने में एक बार आती है। इस तरह से पूरे साल में 12 मासिक शिवरात्रि होती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का व्रत रखने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। इसके साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती हैं।
ये है मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
- सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें
- स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें
- कोशिश करें इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनें, इस रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है
- इसके बाद पूजा स्थल पर भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय सहित नंदी की स्थापना करें
- इसके बाद शिव परिवार को पंचामृत से स्नान कराएं
- बेलपत्र, फल, फूल, धूप और दीप, नैवेद्व और इत्र भगवान को चढ़ाएं
- इसके बाद शिव पुराण, शिव चालीसा, शिवाष्टक, शिव मंत्र और शिव आरती करें