धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में मनुस्मृति ग्रंथ का विशेष महत्व है। इस ग्रंथ की रचना महाराज मनु ने महर्षि भृंग के साथ मिलकर की थी। इस ग्रंथ में हमारें जीवन से आधारित कई समस्याओं के बारें में बताया गया है। इसमें व्यक्ति के जीवन की खुशी और संस्कारवान बनानें के लिए कई सूत्र बताए गए है।
ये भी पढ़े- देवी-देवताओं की उपासना करते समय ध्यान रखें ये बातें
हमारा जीवन एक ऐसी चीज है। जिसमें कई तरह के लोग, कई तरह की घटनाएं यै फिर हमें कई तरह की ऐसी चीजें मिलती है। जिसके या तो हम ग्रहण कर लेते है या फिर उन्हें वहीं पर छोड़ आते है। और जब हमें कोई कुछ देता है तो या तो हम संकोच के कारम नहीं लेते है या मन नहीं होता है कि वो चीज हम लें।
इसी बारें में मनुस्मृति में बताया गया है कि ऐसी कौन सी चीजे है जिसे कभी भी लेने में संकोच नहीं करना चाहिए।या फिर बिना संकोच के प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिेए। जानिए इन चीजों के बारें में।
स्त्रियो रत्नान्यथो विद्या धर्मः शौचं सुभाषितम्।
विविधानि च शिल्पानि समादेयानि सर्वतः।।
इस श्लोक के अनुसार बताया गया है कि किसी को बिना ध्यान दिए हुए अगर कोई सुंदर स्त्री, रत्न, विद्या, धर्म, पवित्रता, उपदेश और भिन्न-भिन्न प्रकार के शिल्प मिलते हो, उन्हें बिना किसी संकोच से प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए।
सुंदर स्त्री
सुंदर स्त्री का मतलब सिर्फ उसकी चेहरे से नहीं बल्कि उसके चरित्र से भी है। जिस स्त्री का चरित्र साफ है वह अपने पति के कुल और अपने पिता के कुल का मान बढाती है।
अगली स्लाइड में पढ़े और कौन सी चीजें बिना संकोच करनी चाहिए