ब्रह्मा जी पत्नी सरस्वती के अलावा शास्त्रों में एक और पत्नी का उल्लेख है। जिन्हें देवी गायत्री कहा जाता है। देवी गायत्री मेधाशक्ति प्रदान करती हैं। यह भी ज्ञान को बढाती है। इस मंत्र का जाप करने से आपकी एकाग्रता बढ़ जाती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इस मंत्र का जाप शाम के बाद न करें। इससे आपको उल्टा फल प्राप्त होगा।
ऊं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्
गुरुवार को करें इस मंत्र से जाप
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार माना जाता है कि विद्या का कारक गुरु है। अगर आपके ऊपर गुरु की अनुकुल स्थिति है तो आपको ज्ञानी बनने से कोई नहीं रोक सकता है। इनकी अनुकुल स्थिति होने के कारण आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। इतना ही नहीं आप जिस चीज में अपना हाथ रखेगे वह काम जरुर होगा। इसके रोज इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार और रोज नहीं कर सकते तो गुरुवार के दिन जरुर करें।
ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नमः