धर्म डेस्क: आज भौम प्रदोष व्रत है। हर महीने में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत पड़ता है। मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष को भौम प्रदोष के नाम से जाना जाता है। ग्रन्थों में इस दिन को कर्ज उतारने के लिये बड़ा ही श्रेष्ठ माना जाता है।
इस दिन मंगल से संबंधित चीज़ें गुड़, मसूर की दाल, लाल वस्त्र, तांबा आदि का दान करने से सौ गौ दान के समान फल मिलता है। अलग नक्षत्रों के संयोग से भौम प्रदोष के दिन अलग-अलग देवी देवताओं की उपासना करने से लाभ होता है।
मार्कण्डेय पुराण में उद्धृत दुर्गा सप्तशती में जहां दुर्गा अष्टोत्तर शतनाम का जिक्र है, वहां पर दुर्गाष्टोत्तर शतनाम के अंत में लिखा है कि भौमवती अमावस्या की रात चन्द्रमा का शतविखा नक्षत्र में होना बेहद महत्वपूर्ण होता है, इस दिन देवी के 108 नाम लिखकर धारण करने से मनुष्य अत्यंत शक्तिशाली हो जाता है और आज भौम प्रदोष के दिन शतविखा नक्षत्र है।
मंगल के संयोग से शुभ तिथियों में शतविखा नक्षत्र की उपस्थिति शक्ति की उपासना के जरिये शक्तिशाली बनने का बड़ा ही पुष्ट मार्ग है। भौमवती अमावस्या न सही, भौम प्रदोष तो है और शतविखा नक्षत्र भी है, तो आज के दिन देवी के 108 नाम लिखकर देवी की उपासना करने से इतनी सम्पदा प्राप्त हो सकती है कि सहज ही ऋण मुक्ति हो जाये, उसके लिये कुछ भी करना असाध्य नहीं है। साथ ही जानिए आज कौन से काम और न करने से भगवान शिव की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।.
- भौम प्रदोष के दिन भाई का प्रतिकार नहीं करना चाहिए।
- भौम प्रदोष के दिन हनुमान जी का दर्शन-पूजन करने से विशेष लाभ होता है।
- भौम प्रदोष के दिन घर की दक्षिणी दिशा का विशेष ख्याल रखना चाहिए। दोपहर के समय घर की दक्षिणी दिशा में कुछ देर बैठने से लाभ होता है।
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