मकर संक्रांति के साथ ही सूर्य उत्तरायण हो जाता है। इस दिन दान के साथ-साथ पूजा पाठ करना का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन दान देने से कई गुना अधिक फल मिलता है। इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति को कई जगह पर खिचड़ी का त्योहार भी कहा जाता है। इस दिन खिचड़ी खाने के साथ-साथ पतंग उड़ाना शुभ माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने जाते है। जिसके साथ ही शुभ कामों की शुरुआत हो जाती है। लेकिन इस दिन कई ऐसे काम होते है। जिन्हें करनी की मनाही होती है।जानिए इनके बारे में।
मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त
पुण्य काल- सुबह- 8 बजकर 3 मिनट 7 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट तक
महापुण्य काल -सुबह- 8 बजकर 3 मिनट 7 सेकंड से 8 बजकर 27 मिनट 7 सेकंड तक
मकर संक्रांति के दिन क्या करें और क्या नहीं
स्नान करके ही करे किसी चीज का सेवन
रोजाना हम बिना स्नान किए चाय, नाश्ता आदि कर लेते है लेकिन मकर संक्रांति के दिन ऐसा बिल्कुल भी न करें। शास्त्रों के अनुसार इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ के बाद ही किसी भी चीज का सेवन करना चाहिए।
दान का अधिक महत्व
मकर संक्रांति के दिन घर के बाहर से किसी को भुखा और खाली हाथ न लौटाए। इस दिन दान देने का बहुत अधिक महत्व होता है। ऐसा करने से आपको दोगुना फल मिलेगा। इसलिए इस दिन अपनी सामर्थ्य के अनुसार जरूर दान दें। अगर आपके घर पर कोई व्यक्ति आए जो कि साधु, संत, भिखारी हो उसे खाली हाथ न जाने दें।
तामसी भोजन न करे
मकर संक्रांति के दिम प्याज, लहसुन, मांस जैसे तामसी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे आपके अंदर अधिक गुस्सा भरेगा।
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नशे से बनाएं दूरी
इस दिन किसी भी तरह के नशा से दूरी बनाने कर रखना चाहिए। हो सके तो एल्कोहाल क्या स्मोकिंग करने से भी बचें।
किसी पर न करे गुस्सा
इस दिन अपनी वाणी को भी पवित्र रखें। पूरा दिन किसी को अपशब्द न कहें और न ही गुस्सा करें। सभी के साथ मधुरता से पेश आए। इसके साथ ही बड़े लोगों का सम्मान करे।
सूर्य ढलने के बाद न करे भोजन
अगर सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं तो इस दिन संध्या काल यानी सूरज ढलने के बाद अन्न का सेवन न करे।
इन चीजों का करे सेवन
मकर संक्रांति के दिन चावल और मूंगदाल के साथ तिल का सेवन करना शुभ माना जाता है।