त्रिकूट पर्वत में बसा मां के दरबार में पंहुचने के लिए आपको कम से 600 फीट ऊंचाई में चढाना पडेगा। इसकेलिए यहां पर आप 300 फीट तो अपने वाहन से जा सकते हैं। इसके बाद आपको पैदल चलना होगा। यहां पंहुचने के लिए चार भागों में चढ़ाई को बांटा गया है। प्रथम भाग की यात्रा में 480 सीढ़ियों को पार करना होता है। दूसरे भाग 228 सीढ़ियों का है।
इस यात्रा खंड में पानी व अन्य पेय पदार्थों की व्यवस्था होती है। यहां पर आदिश्वरी माई का प्राचीन मंदिर है। यात्रा के तीसरे भाग में 147 सीढ़ियां हैं। चौथे और आखिरी भाग में 196 सीढ़ियां पार करनी होती हैं। इसके बाद ही मां का मंदिर आता है।
ऐसे जाएं यहां परः
अगर आप यहां जाना चाहते है तो इसके लिए आप हवाई सफर या फिर रेल मार्ग से जा सकते है। इसके लिए आप सतना से 160 कि.मी. की दूरी पर जबलपुर और 140 कि.मी. की दूरी पर खजुराहो एयरपोर्ट है। वहां तक हवाई मार्ग से आकर सड़क मार्ग से सतना पहुंचा जा सकता है। या आप रेलमार्ग से मैहर जिले के लिए देश के कई शहरों से रेल गाड़ियां चलती है। जिससे आप यहां आसानी से पहुंच सकते है।
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