महानवमी को हवन करने का भी विधान है। आज हवन आदिकरने से घर की शुद्धि होती है और सबके जीवन में बरकत आती है, साथ ही घर का वास्तु अच्छा होता है और परिवार के सदस्यों में एक नयी ऊर्जा आती है। आज तिल, जौ, गुग्गुल आदि से हवन करना अच्छा होता है। ध्यान रखें कि हवन के लिए जौ के मुकाबले तिल दो गुना होना चाहिये और अन्य चिकनाई वाली और सुगंध वाली सामग्री जौ के बराबर मात्रा में होनी चाहिए।
अगर आप विशेष फलों की प्राप्ति के लिये हवन करना चाहते हैं तो आज के दिन आपको किस चीज़ से हवन करना चाहिए, साथ ही दुर्गासप्तशती व सिद्धकुंजिका स्तोत्र में दिये कौन-से विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
महानवमी के दिन विशेष फलों की प्राप्ति के लिये विशेष चीज़ों से किये जाने वाले हवन और मंत्र उच्चारण के बारे में।
- अगर आप अपनी सुख-सम्पदा में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज आपको कमलगट्टे से हवन करना चाहिए, साथ ही दुर्गा सप्तशती में दिये देवी मां के इस
विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए-
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिम शेषजन्तोः
स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्य दुःख भय हारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकार करणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता॥ .
- अगर आप अपने शत्रुओं से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आज आपको पीली सरसों से हवन करना चाहिए, साथ ही सिद्धकुंजिका स्तोत्र में दिये इस विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए
नमस्ते रुद्ररुपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।
नमः कैटभहारिण्यै नमस्ते महिषार्दिनि ।।
- अगर आप अपने किसी प्रोजेक्ट की सफलता सुनिश्चित करना चाहते हैं तो आज आपको तिल से आहुति देकर हवन करना चाहिए, साथ ही सिद्धकुंजिका स्तोत्र में
दिये इस विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए -
नमस्ते शुम्भ हन्त्रयै च निशुम्भासुर घातिनि ।
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धिं कुरुष्व मे ।।
- अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा पढ़ाई-लिखाई में हमेशा आगे रहे, उसकी बौद्धिक क्षमता अच्छी बनी रहे, तो बच्चों की माताओं को आज दूध, चावल की खीर बनाकर, उससे हवन करना चाहिए । साथ ही सिद्धकुंजिका स्तोत्र में दिये इस विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए।
धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी ।
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरू ।।
- अगर आप किसी बीमारी के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो आज महानवमी के दिन आपको धान के लावे की आहुति देनी चाहिए यानी धान को भूनकर उससे
अग्नि में आहुति देनी चाहिए और दुर्गा सप्तशती में दिये देवी मां के इस महामारी नाश के विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
- अगर आप जीवन में सुरक्षित रहना चाहते हैं या अपनी रक्षा को सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो आज आपको जौ और गुग्गुल से हवन करना चाहिए। हवन के लिये आप जितनी मात्रा में जौ लें, उतनी ही मात्रा में गुग्गुल भी लें। दोनों की बराबर मात्रा में आहुति देनी चाहिए। हवन के साथ ही आपको दुर्गा सप्तशती में दिये इस विशेष मंत्र का जाप भी करना चाहिए। मंत्र है -
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।
घण्टास्वनेन नः पाहि चापज्यानिःस्वनेन च॥
- अगर आप अपने जीवन में हर प्रकार की बाधा से, हर प्रकार की परेशानी से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आज आपको सूखे बेल से हवन करना चाहिए, साथ ही
दुर्गा सप्तशती में दिये इस विशेष मंत्र का जाप करना चाहिए।
सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः॥