माघ पूर्णिमा 2019: 19 फरवरी को माघ मास की पूर्णिमा तिथि है। इसे माघी पूर्णिमा है, यानी आज माघ मास का आखिरी दिन है। 20 फरवरी से चैत्र फाल्गुन महीने की शुरुआत हो जायेगी। शास्त्रों में माघ मास का बड़ा ही महत्व है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार इस पूर्णिमा पर दान-दक्षिणा का बत्तीस गुना फल मिलता है। इसलिए इसे बत्तिसी पूर्णिमा भी कहते हैं।
आज माघ पूर्णिमा के दिन एक साथ 3 संयोग बन रहे है। यह रूचक, बुधादित्य और कर्मजीव योग हैं। जब चंद्रमा से केंद्र में मंगल उच्च या अपनी राशि में हों तो रूचक योग बनता है। इसी तरह चंद्रमा से दशम भाव में मंगल के रहने से कर्मजीव योग बनता है। सूर्य व चंद्रमा के साथ रहने पर बुधादित्य योग बनेगा।
मघा पूर्णिमा कब से कब तक
19 फरवरी को दोपहर पहले 11:03 तक आश्लेषा नक्षत्र रहेगा और उसके बाद कल सुबह 08 बजे तक मघा नक्षत्र रहेगा।
माघी पूर्णिमा का महत्व
माघ महीने के शुरू होते ही प्रयागराज में संगम तीरे कल्पवासी एक महीने का कल्पवास शुरू करते हैं। माघी पूर्णिमा ही वह दिन है जब कल्पवासियों और तीर्थयात्रियों का एक माह का कल्पवास पूर्ण हो जाता है। इसके बाद कल्पवासी सूर्योदय से पहले संगम में स्नान करके मां गंगा की आरती और पूजा करते हैं और अपने सामर्थ्य के अनुसार साधु, सन्यासियों, ब्राह्मणों और गरीबों को दान करते हैं। इसके बाद कल्पवासी अपनी कुटिया में यज्ञ और हवन भी करते हैं और मां गंगा का आभार व्यक्त करते हुए अपने अपने घरों को लौट जाते हैं।