खंडवा (मध्य प्रदेश): मध्यप्रदेश में एक पुलिस थाना ऐसा भी है जहां के थानेदार हनुमानजी है। दरअसल खंडवाशहर का मोघट थाना हनुमानजी के थाने के नाम से जाना जाता है। संवेदनशील थाना होने के कारण यहां पर छह महीने से अधिक कोईं टीआई नहीं रहा तो यहां के पुलिसकर्मियों ने हनुमानजी का मंदिर बनवाया और एक कुर्सी उनके लिए खाली छोड़ दी जाती। तभी से यहां हनुमान जयंति पर भण्डारा भी होने लगा और थाना क्षेत्र में वारदातें भी कम हुईं।
खंडवा के मोघट रोऊ पुलिस थाने में प्रवेश करते ही हनुमानजी का मंदिर है। मंदिर में दर्शन के बाद ही थाने में प्रवेश होता है। थाने में हनुमानजी का मंदिर इसलिए स्थापित किया गया है क्योंकि प्रदेश के संवेदनशील थानों में शुमार इस थाने में कोईं भी थानेदार छह महीने से अधिक नहीं टिक पाता था। यही नहीं कईं थाना प्रभारियों पर ही उल्टा मुकदमा कायम हो जाता था।
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पिछले पांच सालों में तीन टीआई तो जेल जाते-जाते बचे थे। यही कारण रहा कि यहां पर हनुमानजी का मंदिर बनाकर एक कुर्सी उनके नाम की खाली छोड़ दी गई। बीते वर्षों में थाना प्रभारी रविन्द्र यादव पर अपने ही थाने की महिला सहकर्मी द्वारा छेड़छाड़ का आरोप लगा और उनके खिलाफ उसी थाने में एफआईआर हो गई। वे जेल जाते-जाते बचे।
थानेदार की कुर्सी पर नहीं बैठते टीआई
इसके बाद थाना प्रभारी विश्वदीप परिहार की लापरवाही से एक युवक ने हवालात में ही फांसी लगा ली और टीआई पर कोर्टं के हस्तक्षेप के बाद हत्या का केस दर्ज हो गया। परिहार भी किसी तरह जेल जाते जाते बचे। इस तरह कईं थाना प्रभारी यहां टिक ही नहीं पाए। इसके बाद जब टीआई अनिलशर्मा ने थाने का प्रभार लिया तो उन्होंने मुख्य कुर्सी हनुमानजी के नाम से ही छोड़ दी तब से वे पहले ऐसे टीआई हैं जो 18 महीने से पदस्थ हैं।