नई दिल्ली: दीपावाली हिन्दू धर्म का मुख्य पर्व है। रोशनी का पर्व माना जाने वाली दीवाली कार्तिक अमावस्या के दिन होती है। इस साल दीवाली 11 नवंबर 2015, बुधवार को है। इस दिन श्री गणेश और ऐश्वर्य की देवी महालक्ष्मी जी की पूजा के साथ-साथ सरस्वता और कुबेर की पूजा की जाती है। की जाती है।
माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा श्री रामचंद्र अपने चौदह साल का वनवास करके वापस लौटे थे। इस दिन पूजा विधि विधान से पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते है। इस दिन महालक्ष्मी सहित सभी देवी-देवता जल्द ही आप पर अपनी कृपा बरसाने लगते है।
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इस दीपावली में दुर्लभ सयोंग बन रहा है। ऐसा संयोग पूरें 131 साल बाद आया है। जिसमें पूजा करना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। हम अपनी खबर में बता रहे कि दीपावली के दिन कैसे करें श्री गणेश की पूजा। जिससे वह आप पर प्रसन्न होकर आपकी मनोकामनाएं पूर्ण कर देगें।
जब घर में कोई भी पूजा की जाती है तो हम पंडित को बुलाते है जिससे वह विधि-विधान से पूजा कराएं, लेकिन इस बार आप खुद ही विधि-विधान से पूजा कर सकते है। जानिए कैसे करें दीपावली में श्री गणेश की पूजा। साथ ही जानिए इस बार दीपावली का क्या है शुभ मूहुर्त।
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहुर्त
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- शाम 5:42 से 6:37 तक
प्रदोष काल- शाम 5:25 से 8:05
वृषभ काल- शाम 5:42 से 7:37 तक
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