धर्म डेस्क: 4 फरवरी 2019 अमावस्या के दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों मकर राशि में होंगे और गुरु वृश्चिक राशि में आएंगे। इसलिए इस दिन से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज शहर में अर्धकुंभ का आयोजन होगा। वैसे मेले में पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन होगा। इस मेले में 15 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। उत्तर प्रदेश सरकार इस आयोजन को सफल बनाने के लिए काफी जोर-शोर से तैयारी कर रही है। हिंदू धर्म में कुंभ मेला का बहुत अधिक महत्व होता है। जो कि कुंभ स्थल हरिद्वार, इलाहबाद, उज्जैन और नासिक में लगता है। जहां पर देश-विदेश से सैकड़ो श्रद्धालु पहुंचते है। कुंभ 12 साल की अंतराल में आता है। वहीं 2 कुंभ मेलों के बीच एक अर्ध कुंभ आता है।
कुंभ का मेला मकर संक्रांति से शुरु होता है। इस दिन कुंभ स्नान का योग बनता है। हिंदू धर्म के अनुसार मान्यता है कि किसी भी कुंभ मेले में पवित्र नदी में स्नान या तीन डुबकी लगाने से सभी पुराने पाप धुल जाते हैं और मनुष्य को जन्म-पुनर्जन्म तथा मृत्यु-मोक्ष की प्राप्ति होती है।
अगली साल यानी 2019 में इलाहबाद में यह पावन कुंभ मेला लग रहा है। जिसकी तारीखों का ऐलान हो चुका है। अगर आप भी कुंभ में आने के बारें में सोच रहे है तो पहले शाही स्नान की तारीख खान लें।
2019 कुंभ मेले की शाही स्नान की तारीख
14-15 जनवरी 2019: मकर संक्रांति (पहला शाही स्नान)
21 जनवरी 2019: पौष पूर्णिमा
31 जनवरी 2019: पौष एकादशी स्नान
04 फरवरी 2019: मौनी अमावस्या (मुख्य शाही स्नान, दूसरा शाही स्नान)
10 फरवरी 2019: बसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान)
16 फरवरी 2019: माघी एकादशी
19 फरवरी 2019: माघी पूर्णिमा
04 मार्च 2019: महा शिवरात्रि