कुंभ मेला 2019: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार को मौनी अमावस्या के खास दिन कुंभ में दूसरा शाही स्नान किया जा रहा है। माघ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या मौनी अमावस्या कही जाती है। इस दिन का और इस दिन कुंभ स्नान का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। दूसरे शाही स्नान को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने काफी तैयारियां की हैं। पहले शाही स्नान पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए दूसरे शाही स्नान पर घाटों की संख्या में भी इजाफा किया गया है। इस दूसरे शाही स्नान में किन्नर अखाड़ा ङी शाही अंदाज में डुबकी लगाई।
आपको बता दें कि पहला शाही स्नान मकर संक्रांति पर संपन्न हुआ था। प्रयागराज कुंभ के दूसरे प्रमुख शाही स्नान, मौनी अमावस्या के लिए एक-दो पहले से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। एक अनुमान के मुताबिक, मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज में 3 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इस भारी भीड़ को देखते हुए दूसरे शाही स्नान में करीब 40 घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई है। संगम नोज पर स्नान के लिए करीब 6 किलोमीटर का घाट तैयार कराया गया है।
सबसे बड़ा पंचदशनाम जूना अखाड़ा के संतों ने संगम में लगाई डुबकी। इन्हीं के साथ आवाहन और अग्नी अखाड़े के संत भी संगम पर डुबकी लगाने पहुंचे।
तीनों अखाड़ों के संत डुबकी लगाने के बाद घाट से प्रस्थान कर रहे हैं और इसके साथ ही किन्नर अखाड़ा स्नान के लिए मेले में प्रवेश कर चुके हैं।
संतों के शाही स्नान के लिए अखाड़ों की छावनी से लेकर मुख्य संगम नोज तक खास बैरीकेडिंग की गई है। प्रत्येक अखाड़े को स्नान के लिए चालीस मिनट का समय दिया जा रहा है।
अखाड़ों के स्नान के बीच में बीस मिनट के अंतराल में घाट खाली कराने और सफाई की व्यवस्था की गई है। संगम की रेती की शान अखाड़ों ने मौनी अमावस्या स्नानपर्व पर दूसरी शाही डुबकी लगानी शुरू कर दी है ।
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