वृन्दावन के विश्वविख्यात ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व शुक्रवार 23 अगस्त को मनाया जाएगा जिसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। इस दिन मध्य रात्रि में कान्हा का जन्म होने के बाद रात एक बज कर 55 मिनट पर मंगला आरती होती है। मंगला आरती साल में केवल एक बार जन्माष्टमी पर ही होती है।
मंदिर के सेवायत पुजारी अशोक गोस्वामी ने बताया ‘‘वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में 23 अगस्त की रात 12 बजे गर्भगृह में ठाकुर जी का महाभिषेक किया जाएगा। रात एक बज कर 55 मिनट पर मंगला आरती की जाएगी। इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने रूपरेखा तैयार कर ली है।’’
गोस्वामी ने बताया, "आरती के बाद रात दो बजे से सुबह साढ़े पांच बजे तक बांकेबिहारी के दर्शन किए जा सकेंगे। फिर सुबह सात बज कर 45 मिनट से दोपहर 12 बजे तक नन्दोत्सव मनाया जाएगा।" नन्दोत्सव के अवसर पर मंदिर के कपाट खुलने पर, कान्हा के जन्म की खुशी में खिलौने, बर्तन, वस्त्र, रुपये, मिठाई, फल, मेवा लुटाए जाएंगे।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रीकृष्ण का जन्म भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इसके अनुसार अष्टमी तिथि 23 अगस्त को पड़ रही है जबकि रोहिणी नक्षत्र 24 अगस्त को भी है। इस कारण जन्माष्टमी 23 अगस्त को ग्रहणी के लिए सबसे अच्छी मानी गई है।
जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 23 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 09 मिनट से।
अष्टमी तिथि समाप्त: 24 अगस्त 2019 को सुबह 08 बजकर 32 मिनट तक।
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 24 अगस्त 2019 की सुबह 03 बजकर 48 मिनट से।
रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 25 अगस्त 2019 को सुबह 04 बजकर 17 मिनट तक।
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