ओडिशा: ओडिशा के कोणार्क मंदिर में सैंड आर्ट इंटरनेशनल फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है। यह फेस्टिवल कोणार्क फेस्टिवल 2019 के अंतर्गत हो रहा है। इस फेस्टिवल में शामिल होने देश विदेश के तमाम कलाकारों ने अपने अपने सैंड आर्ट से हैरान कर दिया। सैंड आर्ट फेस्टिवल में भारत के कोने-कोने से आए कलाकार तो थे ही इसके अलावा यूएसए, आयरलैंड, डेनमार्क, रूस, कनाडा, टोगो और श्रीलंका के कलाकारों ने भी इसमें हिस्सा लिया और अपनी शानदार कलाकृति से लोगों का दिल जीत लिया।
इस बार का ये फेस्टिवल इको-टूरिज्म, संस्कृति, मेलों, महिला सशक्तीकरण और से नो टू प्लास्टिक और विरासत जैसे विषयों पर आधारित है। लोग अपने आर्ट्स में इन विषयों को केंद्र में रखकर आकार दे रहे हैं।
सिर्फ सैंड आर्रट ही नहीं बल्कि इस महोत्सव में नृत्य का भी भव्य आयोजन हुआ। यहां कथक से लेकर ओडिशी नृत्य कार्यक्रमों का प्रदर्शन हो रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आध्यात्म को बढ़ाकर अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक सौहार्द और भाईचारे का निर्माण करना है।
आपको बता दें, ओडिशा के पुरी जिले में चंद्रभागा नदी के किनारे कोणार्क का सूर्य मंदिर स्थित है। इस मंदिर की कल्पना सूर्य के मंदिर के रूप में की गयी है। मंदिर की रचना रथ के आकार की है जिसमें बारह जोड़े बड़े पहिए लगे हैं और और सात घोड़े तेजी इस रथ रूपी मंदिर को खींचते दिख रहे हैं। ये भव्य मंदिर अपनी विशालता, वास्तु और मूर्तिकला के समन्वय के लिये मशहूर है।