- माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। जिसके कारण इस दिन शिव-पार्वती का विवाह को धूमधाम से मनाया जाता है।
- दूसरी मान्यता यह है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने कालकूट नामक विष को अपने कंठ में रख लिया था। यह वह विष था जो समुद्र मंथन के समय बाहर आया था। जैसे ही यह विष बाहर आया, लोग डर गए कि अब दुनिया का विनाश हो जाएगा। इस परेशानी को दूर करने के लिए भगवान शिव ने अपने कंठ में यह विष रख लिया था। इस विष की वजह से उनका कंठ नीला हो गया था, इसी वजह से उन्हें नीलकंठ भी कहा जाता है।