नवरात्र का छठा दिन कन्याओं को प्रसन्न करने का अच्छा दिन होता है। जिससे मां अम्बें भी आप पर अपनी कृपा बरसाएगी। इस दिन कन्याओं को उनके खेलनें और मनोरंजन की चीजें दें। ताकि मां की कृपा आपके ऊपर पड़े।
नवरात्र का सातवा दिन मां सरस्वती का दिन होता है इस दिन मां को प्रसन्न करने और बल-बुद्धि प्राप्ति के लिए कन्याओं को शिक्षण सामग्री दें। जैसे कि कापी, पेन, पेंसिल. किताब, बैग, स्लेट आदि दे सकते है।
नवरात्र का आठवें दिन का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन कन्या को घर में आमंत्रित कर उसके पैरों को दूध से धोना चाहिए। इसके बाद कुमकुम, अक्षत, फूल से पूजा करनी चाहिए। इस दिन अगर मां अंबे को प्रसन्न करना चाहते है, तो इस दिन अपने हाथों से कन्या का श्रृंगार करना अच्छा माना जाता है।
नवरात्र का नवा दिन आखिरी दिन होता है। इस दिन कन्याओं को खीर और पूरी खिलानी चाहिए। साथ ही कन्या के पैर में महावर और हाथों में मेंहदी लगानी चाहिए और पान या इलायची भी खाने को देना चाहिए। अगर आपने इस दिन हवन का आयोजन किया है तो कन्या के हाथों से भी आहुति दिलाना चाहिए। जिससे यह हवन पूर्ण माना जाता है। इस दिन मां अपने लोक वापस जाती है, तो उनका पूरा श्रृंगार करना चाहिए। इसलिए इस दिन कन्या को लाल चुनर, दुर्गा चालीसा की किलाब और लाल रंग के कपड़े उपहार में देना चाहिए।