नए साल की शुरुआत हो चुकी है और इसके पहले दिन ही सफला एकादशी है। हिंदू पंचाग के अनुसार पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं। इस दिन व्रत रखा जाता है जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। सफलता ही नहीं बल्कि आपका स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान का मनन करते हुए सबसे पहले व्रत का संकल्प करें। इसके बाद सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करें। इसके बाद पूजा स्थल में जाकर भगवान श्री कृष्ण की पूजा विधि-विधान से करें । इसके लिए धूप, दीप, नैवेद्य आदि सोलह चीजों से करने के साथ रात को दीपदान करें। इस दिन रात को सोए नहीं।
सारी रात जगकर भगवान का भजन-कीर्तन करें। इसी साथ भगवान से किसी प्रकार हुआ गलती के लिए क्षमा भी मांगे। अगले दूसरे यानि द्वादशी को अपने दैनिक कार्यों से निवृत होकर ब्राह्मणों को ससम्मान आमंत्रित करके भोजन कराएं और अपने अनुसार उन्हे भेट और दक्षिणा दे। इसके बाद सभी को प्रसाद देने के बाद खुद भोजन करें।
सफला एकादशी में कुछ चीजे करने से बचना चाहिए:
चावल का सेवन करने से बचना चाहिए।
लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि से दूरी बनाकर रखें।
इन दिन मन को शांत रखने की कोशिश करें गुस्सा ना करें।
किसी भी बुराई से दूर रहें।
लाइफस्टाइल की अन्य खबरों के लिए क्लिक करें।
Also Read:
Kumbh Mela 2019 Dates: जानें अगली साल कब शुरु हो रहा है कुंभ मेला, शाही स्नान की तिथियों का हुआ ऐलान
Chandra Grahan 2019: साल 2019 में लग रहे है 2 चंद्र ग्रहण, वहीं जनवरी में होगा पूर्ण चंद्र ग्रहण