एक्वामरीन
एक्वामरीन हल्के और समुद्री नीले रंग के कारण इसका नाम ‘एक्वामरीन’ पड़ा है। अपनी सुंदरता और ज्योतिष में इसकी उपयोगिता के कारण सभी उपरत्नों में यह सबसे ज्यादा प्रचलित रत्न है। यह कठोर रत्नों में से एक है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार एक्वामरीन शुक्र का उपरत्न है और इसका संबंध वृष और तुला राशि से भी है। इसको पहनने से सकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढता है। साथ ही आपको हर तनाव से मुक्ति मिलती है। और डायजेस्टिव सिस्टम, आंखों और दांतों के लिए फायदेमंद होता है।
मोती
मोती जिसे ठंड़ा माना जाता है साथ ही हिंदू धर्म में इसे चंद्रमा का रत्न माना जाता है। अगर आपको अधिक गुस्सा, भावनात्मक और सेंसेटिव या फिर आपका चंद्रमा कमजोर है तो इसको धारण कर सकते है, लेकिन आज के समय में इसे बने हुए कई तरह के गहने मिल जाते है। इसको धारण करने से आपकी भावना को कंट्रोल में रखता है। साथ ही डायजेस्टिव सिस्टम की परेशानियां दूर हो जाती हैं।
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