धर्म डेस्क: हर इंसान सोने के बाद सपने देखता है। सपने हर तरह के होते है। कुछ अच्छे होते है तो किसी किसी को बहुत ही बुरे सपने आते है। जिसके कारण वह डर जाते है। उन्हेंन लगता है कि यह सपना नहीं वास्तव में कोई हकीकत है। सोते समय हमेशा यही डर लगता है की अगर वैसा ही सपना दोबारा आया तो? इसीलिए आज हम आपको डरावने सपने आने के कारण बता रहे हैं। ताकि समस्या की जड़ तक जा सकें।
सोने की दिशा
अच्छी और सुखद नींद के लिए सिर्फ बेड का वास्तु ही नहीं बल्कि सोने का तरीका भी सही होना जरुरी होता है। वास्तु के अनुसार अच्छी नींद के लिए सोते समय सर दक्षिण की तरफ और पैर उत्तर की ओर होने चाहिए। लेकिन यदि सोते समय आपने सिर बैडरूम में मौजूद वाशरूम की तरफ है तो यह भी बुरे सपने आने का एक कारण हो सकता है। क्यूंकि वाशरूम की सारी नेगटिव एनर्जी आपके मस्तिष्क से होती हुई शरीर में प्रवेश कर जाती है और परिणामस्वरूप बुरे सपने आते हैं। (Papamochani Ekadashi 2019: 31 मार्च को पापमोचनी एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा)
बेड में पड़ा कबाड़
जिस बेड पर आप सोते हैं उसमे पड़ा कबाड़ भी आपके बुरे सपनों का कारण हो सकता है। बहुत से लोग अपने बेड के बॉक्स में फ़ालतू की बेकार पड़ी चीजों को रख देते हैं। जबकि बेकार या खराब चीजों को कभी भी घर में नहीं रखना चाहिए, इन चीजों में घर में नेगेटिव एनर्जी आती है। अगर आप उन चीजों को बेड में रख देते हैं तो इसका सीधा असर आपकी नींद पर पड़ता है। और आपको डरावने सपने आने लगते हैं। 30 मार्च राशिफल: शनिवार को बन रहे है दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा बिजनेस, नौकरी में लाभ
बेड के नीचे जूते-चप्पल रखना
बहुत से लोग अपने बेड के निचले हिस्से में जूते चप्पल आदि रख देते हैं। जबकि ऐसा करना उनकी नींद के लिए ठीक नहीं। बेड के नीचे जूते-चप्पल रखने से नेगेटिव एनर्जी बढ़ती है। और वो सीधा व्यक्ति के मस्तिष्क पर प्रभाव डालती है।
तनाव लेना
रात में डरावने सपने आने का एक कारण तनाव लेना भी होता है। तनाव से हमारे मस्तिष्क की कोशिकाएं सही तरीके से काम नहीं करती। और दिमाग कल्पना करने लगता है। सामान्य बात ये है की दिन भर में हम जो कुछ भी सोचते हैं रात के समय वही सब बातें दिमाग में चलती हैं। और बुरे सपनों का रूप ले लेती हैं। इसलिए तनाव नहीं लेना चाहिए।
देर रात तक फोन
आजकल जमाना काफी बदल गया है लोग जल्दी सोने की बजाए देर तक स्मार्टफोन यूज करते हैं। कोई चैटिंग करता है तो कोई गेम खेलकर सोता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की आपकी यही आदत आपके डरावने सपनों का कारण होती है। जी हां, गैजेट्स की लाइट और उनसे निकलने वाली तरंगे मस्तिष्क पर असर डालती हैं। इसीलिए सोने से ठीक पहले स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
गहरे रंग की चादर
रंग भी हमारे दिमाग और सोचने की क्षमता पर असर डालते हैं। हम जितने अच्छे और ठंडे रंग देखते हैं दिमाग भी उतना ही शांत रहता है। इसके विपरीत अगर ज्यादा डार्क रंगों का इस्तेमाल करते हैं तो दिमाग विचलित रहता है। अगर आप डार्क रंग की चादर ओढ़ते हैं या डार्क बेडशीट पर सोते हैं तो आपको रात में डरावने सपने आ सकते हैं। इसीलिए डार्क कलर का इस्तेमाल नहीं करें।
डरावने या क्राइम सीरियल देखना
आपने देखा होगा अधिकतर डरावने और क्राइम सीरियल रात में ऑन एयर किये जाते हैं। क्यूंकि रात के समय ऐसी चीजें दिमाग पर सबसे ज्यादा असर करती हैं। जो लोग रात में सोने से पहले इस तरह के टीवी सीरियल या वेब सीरीज वगैरह देखने हैं उन्ही भी डरावने सपने आतें हैं।