धर्म डेस्क: शादी जो कि बहुत सारे रीति-रिवाजों के साथ की जाती है। शादी की हर रस्म का अपना ही महत्व होता है। जो कि किसी भी हालत में पूरी करनी होती है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ हिंदू धर्म में ही रीति-रीवाज होते है।
ये भी पढ़े
- गुरुड़ पुराण: भूलकर भी इन 3 कामों को न छोड़े अधूरा
- चैत्र नवरात्र: भूलकर भी न करें ये काम, बरसेगा मां दुर्गा का प्रकोप
- इन राशियों के जातक होते है सबसे मजबूत, हर काम में मिलती है सफलता
शादी की रस्में हर धर्म की अलग-अलग होती है। कई रस्मों का तर्क हमें पता होता है और कई रस्मों के पीछे क्या तर्क है। हमें नहीं पता होता है। की रस्म के वैज्ञानिक कारण भी होते है। इन्हीं शादी में से एक रस्म है चावल फेंकने की। अपने घर से बेटी विदा होते समय अपने घर की ओर पीठ करके चावल फेंकती है। उसके पीछे मां, पिता या कोई बड़ा छोली फैलाकर खड़ा होता है। जिसमें चावल गिर जाएं। जिसे बेटी के घर से विदा होने के बाद पूरे घर में फेंका जाता है।
इसके अलावा चावल तब फेंके जाते है जब दुल्हा-दुल्हन फेरे ले रहे होते है या फेरे संपन्न हो जाते है। आपने कभी ये बात सोची कि आखिर ये चावल ही क्यों फेंके जाते है। इसके पीछे क्या कारण है। हम अपनी खबर में ऐसे 5 कारण बता रहे है। जो कि यह बताता है कि शादी में चावल क्यों फेंके जाते है।
- चावल फेकने का कारण माना जाता है कि इससे वर-वधु तो संतान की प्राप्ति हो और किस्मत हमेशा साथ दें।
- चावल फेंकने इसलिए शुभ माना जाता है कि इससे मायका और ससुराल दोनों के घर सुख-समृद्धि आए।
अगली स्लाइड में पढ़े और कारण के बारें में