धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में कई ऐसे रोचक बातें है जिसके बारें में हम नही जानते है। या फिर हमारे जहन में तो होते है, लेकिन उनके बारें में खोजते नहीं हैं। ऐसे ही देवी-देवताओं के बारें में तथ्य होते है। देवी- देवताओं की बात करें तो वो हमारे दिमाग में सबसे पहले नाम आता है कि उनकी यह सवारी क्यों है। जैसे कि शिव की सवारी नंदी क्यों, गणेश जी का मूषक क्यों, भगवान सूर्य की स्त्रोत घोडें की सवारी क्यों इसी तरह मां दुर्गा शेर की क्यों सवारी करती है। आज हम अपनी खबर में मां दुर्गा के वाहन शेर की सवारी के बारें में बताएंगें।
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इसी तरह से भगवान शिव एवं गणेश जी या अन्य किसी भी हिन्दू देवी-देवता को मिले वाहन के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। आज हम आपको एक ऐसी ही पौराणिक कथा के बारें में बता रहे हैं जो देवी दुर्गा एवं उनके वाहन शेर से जुड़ी है, क्योकि नवरात्र में का पर्व बडें ही श्रृद्धा के साथ मनाया जा रहा है। दुर्गा मां को पार्वती, शक्ति आदि नामों से जानते है। जानिए शेर मां की सवारी क्यों है।
जो अपनी खुराक बनाना चाहता था, लेकिन ऐसे बना मां का वाहन
मां दुर्गा जिसे जिसका हदय बहुत ही कोमल होता है। जिसकी पूजा अगर सच्चें मन और श्रृद्धा के साथ की जाएं तो हर बिगडें काम भी बन जाते है। मां दुर्गा जो इतनी कोमल है। उनका शेर जैसा क्रुर वाहन कैसे हो सकता है।
धार्मिक पुराणों के अनुसार माता पार्वती ने विश्व के पालनहार भगवान शिव को पाने के लिए बहुत ही कठोर तपस्या की थी। जो हजारों साल चली थी। इस तपस्या से पार्वती को भगवान शिव तो मिल गए, लेकिन तपस्या के प्रभाव से मां सांवली हो गई थी।
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