धर्म डेस्क: पूरी दुनिया में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी तेजी से है रही है।भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव पूरी दुनिया में बडे ही धूम-धाम से मनाया जाता है। जिसके लिए तैयारी जोरो-शोरों से चल रही है। इस बार जन्माष्टमी 25 अगस्त को हैं। इस बार इस दिन बहुत ही विशेष संयोग हैं। इस बार जन्माष्टमी में अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र पड़ रहा हैं। जिसके कारण इस दिन पूरा करना काफी फलदायक साबित हो सकता हैं।
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हमारे दिमाग में यह भी बात आती है कि आखिर भगवान नें देवकी के गर्भ से ही क्यो जन्म लिया। वह यशोदा के गर्म से भी जन्म ले सकते है। जिन्होनें उनका पालन किया, लेकिन वह कारागार में ही क्यों देवकी के कोख से जन्म लिया। तो हम आपको अपनी खबर में बताते है कि आखिर क्यों सिर्फ देवकी के कोख से ही क्यों जन्म लिया।
श्री कृष्ण ने जन्म लिया तो देवकी ने यही सवाल पूछा तो भगवान ने उन्हे पिछले जन्म की कहानी बताई जो पिछले तीन जन्मों की थी।
भगवान ने देवकी और वासुदेव को बताया कि आप लोगों ने पिछलों जन्म में मेरी अभीष्ठ रुप की आराधना कि तब मैनें खुश होकर आप लोगों से वर मागनें के बोला था जब आपने मेरी जैसे पुत्र की प्राप्ति हो जो देनकी की कोख से पैदा हो।
इस वरदान को पूरा करनें के लिए ही मैनें आपके गर्भ से जन्म लिया। इसीलिए उस समय मैने तुम लोगों को अपने पूरे रुप में दर्शन दिए थे कि आप लोगों के मेरे बारें में ज्ञान हो जब मै देवकी की कोख से जन्म लूं। इतना कह कर भगवान चुप हो गए और फिर बाल रुप में परिवर्तित हो गए। इसके बाद कृष्ण के कहने में ही वासुदेव अपने मित्र नन्द के धर छोडने गए क्योकि उस समय नन्द की पत्नी यशोदा से गर्भ से योगमाया का जनम् हुआ था।
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