धर्म डेस्क: अक्सर हमने किसी न किसी के मुंह से यह कहते सुना होगा कि आज मेरा फलां अंग फड़का तो शुभ होगा या फलां अंग फड़का तो अशुभ। अंग ज्योतिष के अनुसार आंखों का फड़कना हमारे जीवन में होनी वाली कई घटनाओं की पूर्व सूचना देता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शरीर के सभी अंग फड़कते हैं तथा सभी अंगों के फड़कने का अलग-अलग परिणाम होता है।
शास्त्रों में माना जाता है कि जब हमारे साथ कुछ अच्छा या फिर बुरा हो रहा है तो वह हमारे अंगो के फड़कने से भी जान सकते ह। हमारे अंग अच्छी तरह से इस बारें में संकेत देते है, लेकिन वाकई ये चीजें शुभ-अशुभ से जुड़ी होती है ये कहना थोड़ा मुश्किल है। इसके कई लोग अंधविश्वास के रुप में मानते है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से किस आंख के फड़कने का क्या अर्थ होता है।
दाएं आंख का फड़कना
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार दाएं आंख का फड़कना पुरुषों के लिए शुभ माना जाता है जबकि बाएं आंख का फड़कना महिलाओं के लिए शुभ माना जाता है।
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दाएं आंख की पलक और भौंहों का फड़कना
यदि पुरुषों की दाएं आंख की ऊपरी पलक और भौंवें फड़कती हैं तो माना जाता है कि उनके मन की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती है और पदोन्नति व धन लाभ होता है परंतु अगर महिलाओं की दाएं आंख की ऊपरी पलक और भौवें फड़के तो उनके लिए ये अशुभ मानी जाती है और उनके सारे काम बिगड़ाने वाली होती हैं।
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