- कोणार्क मंदिर को राजा नरसिंहदेव ने 13वीं शताब्दी में बनवाया था।
- कहा जाता है कि यह मंदीर समय की गति को दर्शाता है जिसे सूर्य भगवान नियंत्रित करते है। इस मंदिर में इस समय कोई भी देव प्रतिमा नहीं है। इस मंदिर में पहले स्थित सूर्य की मूर्ति अब जगन्नाथ में सुरक्षित रखी हुई है।
- हिंदु मान्यता के अनुसार सूर्य देवता के रथ में 12 जोडी पहिए और रथ को खीचनें वाले सात घोड़े डुते हुए है। इसी अर्थ में कोणार्क मंदिर में भी पत्थर के रथ और पहिए बने हुए है। इसे देखने के लिए दुनिया के कोने-कोने से लोग खीचे चले आते है।
- जिस तरह सूर्य भगवान के रथ में 24 जोडी पहिए और 7 घोड़े जुते होते है। उसी तरह इन्हें समय के 24 घंटे और सप्ताह के 7 दिन माना गया है। और पहिए में बनी 8 तीली आठ प्रहर को दर्शाती है।
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