धर्म डेस्क: सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग चीजें अर्पित की जाती हैं। पुराणों और शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत तीन तरह के होते हैं। सावन सोमवार, सोलह सोमवार और सोम प्रदोष। इस बार सावन का महीना 28 जुलाई से शुरू हो रहा है। जिसकी वजह से इस बार सावन का पहला सोमवार 30 जुलाई से शुरू होगा। सोमवार व्रत की विधि सभी व्रतों में समान होती है। इस व्रत को श्रावण माह में आरंभ करना शुभ माना जाता है। बात अगर खान-पान की करें तो बहुत कम ही लोग जानते हैं कि इस महीने कई ऐसी चीजे हैं जिनका सेवन करने से आपको फायदा नहीं नुकसान होता है। आइए जानते हैं क्या...
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन में हरी पत्तेदार सब्जियां बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। दरअसल ये शरीर में वात को बढ़ाती हैं। इसके अलावा मानसून के दिनों में इनमें बैक्टीरिया और कीड़े भी देखे जा सकते हैं। इसलिए सावन में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने की मनाही होती है।
बैंगन-सावन के महीने में बैंगन नहीं खाया जाता। ऐसा माना जाता है कि बैंगन अशुद्ध है। इसके अलावा कार्तिक में भी बैंगन नहीं खाया जाता। अगर दूसरा पक्ष देखा जाए तो बारिश के दौरान बैंगन में कीड़े ज्यादा लगते हैं जो नुकसान पहुंचा सकते हैं।(22 जुलाई 2018 पंचांग: दिन रविवार विशाखा नक्षत्र, जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल)
दूध और डेयरी प्रॉडक्ट:
सावन के दौरान दूध और डेयरी प्रॉडक्ट जैसे दूध, दही पनीर, कच्चा दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। ये भी कहा जाता है कि सावन में कढ़ी नहीं खानी चाहिए। ये चीजें वात दोष बढ़ा देते हैं जिससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं आपके घेर सकती हैं। कहा जाता है कि इन सभी चीजों को भगवान शिव को तो अर्पित किया जा सकता है लेकिन इनका सेवन नहीं करना चाहिए। (देवशयनी एकादशी 2018: जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व)मूंगफली
लोग जो व्रती होते हैं वह दिन में कई बार फल और फलों का जूस आदि लेते हैं ताकि शरीर में ऊर्जा बनी रहे। आप चाहें तो मूंगफली, मखाना आदि भी ले सकते हैं। इसके अलावा दिनभर में 7-8 ग्लास पानी जरूर पीयें। साथ ही व्रत में सिंघाड़ा, चटपटा फलाहारी उपमा, साबूदाने की शाही खीर या फिर चटपटी भुजिया सेव का सेवन किया जा सकता है।(लगने वाला है सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण, गर्भवती महिलाएं भूल से भी न करें ये काम)