धर्म डेस्क: ज्योतिष शास्त्र के बारें में पूरी तरह वर्णन सामुद्रिक शास्त्र में मिलता है। धर्म ग्रंथ के अनुसार माना जाता है कि इस शास्त्र को भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने की है। यह एक ऐसा शास्त्र है जिससे आप किसी भी अंग के आधार से किसी के बारें में जान सकते है।
हम किसी के आंखों का आकार देखकर जान सकते है कि उसका स्वभाव कैसा है। आपके साथ खुश रहेगा कि नहीं। उसकी पसंद न पसंद क्या है। ये सभी चीजें आप आसानी से सामुद्रिक शास्त्र से जान सकते है।
सामुद्रिक शास्त्र में आज हम बात करें उन लोगों कि जिनती आंखें देखने में मोर के जैसी होती हैं, यानी कि गोल और छोटी होती हैं। ऐसे लोग स्वभाव से बहुत ही मधुर होते हैं। इनकी बातों में शहद के समान मिठास होती है। कला संस्कृति से इन्हें विशेष लगाव होता है।
ये लोग जिससे भी रिश्ता बनाते हैं, उसे बड़ी ही ईमानदारी से निभाते हैं, लेकिन प्रेम के मामले में ये लोग कभी-कभी पिछड़ भी जाते हैं, जिससे ये प्यार करते हैं, अगर वह इन्हें छोड जाये या धोखा दे दे तो ये अपने आप को संभाल नहीं पाते और मानसिक तौर पर परेशान रहते हैं। वहीं जिनकी आंखें लोमड़ी के समान अंडाकार और झुकी हुई होती हैं, वे लोग बहुत ही चालाक और स्वार्थी किस्म के होते हैं।
अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिये ये लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। ठीक उसी तरह जिस तरह लोमड़ी की आंखें देखने में तो बहुत प्यारी लगती हैं, लेकिन असल में वह बहुत चालाक होती है. शिकार को कब काबू में कर लेती है पता भी नहीं चलता।
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