धर्म डेस्क: ज्योतिष शास्त्र के बारें में पूरी तरह वर्णन सामुद्रिक शास्त्र में मिलता है। धर्म ग्रंथ के अनुसार माना जाता है कि इस शास्त्र को भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने की है। यह एक ऐसा शास्त्र है जिससे आप किसी भी अंग के आधार से किसी के बारें में जान सकते है।
हम किसी के आंखों का आकार देखकर जान सकते है कि उसका स्वभाव कैसा है। आपके साथ खुश रहेगा कि नहीं। उसकी पसंद न पसंद क्या है। ये सभी चीजें आप आसानी से सामुद्रिक शास्त्र से जान सकते है।
सामुद्रिक शास्त्र में आज हम बात करेंगे जिन लोगों की आंखे अंदर की और धंसी होती है हमारे आसपास कई लोग होते है। जिनकी आंखें अंदर की ओर धंसी हुई-सी प्रतीत होती हैं। ऐसी आंखों वाले लोगों को उनके आचरण-व्यवहार को समझ पाना बेहद मुश्किल होता है।
ये लोग अपने मन की बातों को, यानी अपने रहस्यों को कभी भी दूसरों के सामने प्रकट नहीं होने देते हैं। अपने भावों को अपने अंदर छुपाकर ही रखते हैं। वैसे तो ये लोग स्वभाव से बहुत शांत और सरल होते हैं, इन्हें गुस्सा बहुत कम ही आता है, लेकिन जब गुस्सा आता है तो बहुत देर में शांत होता है और तब इन्हें संभाल पाना या इनका सामना करना दूसरों के लिये बहुत मुश्किल हो जाता है।
वहीं अगर किसी की आंखें अंदर की ओर न होकर थोड़ी बाहर की ओर निकली हो तो ऐसे लोगों के पेट में ज्यादा देर तक कोई बात नहीं पचती, ये उस बात को दूसरों के सामने कहने के लिये उतावले रहते हैं। इनके विचार भी बार-बार बदलते रहते हैं, लेकिन इनकी एक बात अच्छी है कि इनके अंदर छल-कपट नहीं होता, ये दिल के साफ होते हैं।
ये भी पढ़े: