इस मंदिर को लेकर लोगों के बीच मान्यता है कि अगर आप यहां पर मां से जो भी सच्चे मन से मांगे। वो मुराद आपकी जरुर पूरी होगी।
पुत्तिंगल मंदिर का सबसे खास त्योहार 'थोटम पट्टू'। जो कि नवंबर या दिसंबर में पूरे 21 दिनों का उत्सव होता है। दीपाराधना के बाद अक दिन में दो बार देवी की कहानी तीन लोग तीन भागों में सुनाते है। इस त्योहार के बाद यह मंदिर 7 दिनों के लिए बंद कर दिया जाता है।
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