ऐसें जाने कि आपके लिए शुभ है कि अशुभ
जिन रत्नों का प्रभाव काफी तेजी से दिखाई देता है। उनमें से नीलम भी एक है। यह 24 घंटे में ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। नीलम की इन्हीं शक्तियों के कारण इसे धारण करने से पहले यह जांच अवश्य कर लें कि यह आपके लिए शुभ रहेगा या अशुभ।
इसे जांचने के लिए आप नीलम को तकिये के नीचे रखें। यदि आपको सोते समय बुरे सपने नहीं आएं, स्वास्थ्य सामान्य रहे और चेहरे में कोई बदलाव न हो तो ही आपको पंचधातु, लोहा अथवा सोने की अंगूठी में जड़वाकर इसे धारण करना चाहिए।
ऐसे करें धारण
एक वयस्क व्यक्ति को 5, 7, 9 अथवा 12 रत्ती का नीलम धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से पहले शनि मंत्र ओम् प्रां प्रीं प्रौं सः शनिश्चराय नमः मंत्र का जितना अधिक संभव हो जप करना चाहिए। कम से 11,000 बार मंत्र जप जरूर करें। नीलम धारण करने के लिए शुभ नक्षत्र पुष्य, उत्तराभाद्रपद, चित्र, स्वाति, धनिष्ठा और शतभिषा है।