नई दिल्ली: भगवान गणेश हिंदू धर्म में प्रथम पूज्नीय भगवान माने जाते हैं। भगवान गणेश को रिद्धि सिद्धि और बुद्धि का देवता कहा जाता है। भारत में हर शुभ कार्य से पहले गणेश पूजन किया जाता है क्योंकि यह पूज्नीय भगवान है। इसी तरह गणेश चतुर्थी को भी गणेश जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
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आमतौर में पूरे भारत में श्री गणेश के अनेको मंदिर है। जिनकी अपनी-अपनी खाशियत है। जिसके कारण ये पूरे दुनिया में प्रसिद्ध होते है। हम आपको श्री गणेश के एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं। जहां पर मन्नत मांगने पर भक्त उल्टी स्वास्तिक का चिन्ह श्री गणेश की मूर्ति में बनाते है।
जब वह मन्नत पूरी हो जाती है तो वह आकर दूबारा सीधा स्वास्तिक का चिन्ह बनाते है। हुआ न आपको आश्चर्य की ऐसा कौन सा मंदिर है। जहां पर ऐसा रिवाज है, तो हम आपको बताते है। यह मंदिर है मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी इंदौर। जहां पर इस मंदिर को प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर के नाम ने जाना जाता है। जानिए इसके बारें में खास बातें..
महारानी अहिल्याबाई ने कराया था कि इस मंदिर का निर्माण
इस मंदिर का निर्माण साल 1735 में होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने कराया था।
मन्नत के तौर गणेश की मूर्ति में बनाते हैं स्वस्तिक का उल्टा निशान
इस मंदिर को लेकर एक मान्यता है। इसके अनुसार अगर आपकी कोई मान्यता है तो भगवान गणेश की प्रतिमा की पीठ पर उल्टा स्वस्तिक बनाने से मन्नत पूरी होती है। मन्नत पूरी होने के बाद श्रद्धालु यहां दोबारा आकर सीधा स्वस्तिक बनाते हैं। साथ ही लड्डुओं का भोग लगाते है।
इस मंदिर में मन्नत को लेकर एक और मान्यता हैं। इसके अनुसार भक्त इस मंदिर के तीन परिक्रमा लगाते है। साथ ही मंदिर की दीवार पर धागा बांधते है।
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