उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित भगवान शिव के धाम केदारनाथ मंदिर के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद 9 मई को खोल दिए गए थे। पूरे 6 माह तक देश-विदेश के तीर्थयात्री दर्शन करने पहुंचे। लेकिन दीवाली के नजदीक आते ही एक बार फिर से बाबा केदारनाथ के साथ साथ बद्रीनाथ और अन्य धामों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
उत्तराखंड में स्थित चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट आज पूजा-अर्चना के साथ ही सुबह 7 बजे बंद कर दिए गए है।
केदारनाथ के कपाट परंपरा के अनुसार हर साल की तरह दीवाली के बाद भैयादूज को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट की बात करें तो वह अगले माह 17 नवंबर को शाम 5 बजकर 13 मिनट में शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
उत्तराकाशी जिले में गंगोत्री धाम के कपाट दीवाली के अगले दिन यानी 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 40 मिनट में बंद कर दिए जाएंगे।
यमुनोत्री धाम के कपाट दीवाली के बाद 29 अक्तूबर को भैया दूज के दिन बंद किए जाएंगे। समय सारणी अभी सामने आई नहीं है।
द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट अगले माह 21 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे।