पुष्कर मे सैकड़ों मंदिर हैं। यहां पांच मुख्य मंदिर हैं, पहला ब्रह्मा जी का मंदिर, दूसरा मंदिर बहविष्णु, तीसरा नया रंग जी का मंदिर, चौथा मंदिर-पुराना मंदिर और पांचवा मंदिर अटबटेश्वर महादेव मंदिर। कहते हैं कि ऐसा कोई भी देवता नही है जिसने पुष्कर की यात्रा नही की हो। पुष्कर में चारों युगों के प्रमाण मिलते हैं।
8 दिन के इस मेले मे शहर दूर-दूर से आने वाले सैलानियों से भर जाता है। यहां राजस्थान टूरिज़्म और स्थानीय प्रशासन द्वारा मेले की व्यवस्था संभाली जाती है। आठ दिन तक चलने वाले इस मेले मे कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन होता है।